भारत का आकार, स्थान और पड़ोसी देश | विस्तृत जानकारी | अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न | भारतीय भूगोल

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भारत विश्व की प्राचीन सभ्यताओं में से एक है। पिछले पांच दशकों के दौरान भारत ने बहुआयामी सामाजिक-आर्थिक प्रगति हासिल की है। अगर आकार की बात करें तो भारत दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है और स्थान के हिसाब से भारत पश्चिम और पूर्वी एशिया के बीच में स्थित है। भारत की जलवायु उष्णकटिबंधीय मानी जाती है। जो कृषि के हिसाब से भारत के लिए बहुत महत्यपूर्ण है और साथ ही साथ भारत ने उद्योग, प्रौद्योगिकी और समग्र आर्थिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति प्रदर्शित की है और करते हुए आगे बढ़ रहा है। विश्व इतिहास के निर्माण में भारत का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए इस ब्लॉग के साथ बने रहें।

भारत का आकार, स्थान और पड़ोसी देश – भारतीय भूगोल

भारत दुनिया की सबसे प्राचीनतम सभ्यताऔ में से एक है। भारत भूवैज्ञानिक दृष्टिकोण से अक्षांश में 8°4’N से 37°6’N तक और देशांतर में 68°7’E से 97°25’E तक के बीच स्थित है। भारत पश्चिम में हिंद महासागर दक्षिण में अरब सागर और पूरब में बंगाल की खाड़ी से घिरा है। भूवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भारत की भूमि कर्क रेखा तक फैली हुई है जो भारत को दो बराबर भागों में विभाजित करती है। भारत की भूमि ने कृषि, प्रौद्योगिकी, आर्थिक और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति प्रदर्शित की है और विश्व इतिहास के निर्माण में आगे योगदान दिया है।

भारत के बारे में कुछ विशेष विशेषताएं इस प्रकार हैं –
– भारत उत्तरी गोलार्ध में स्थित है।
– क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है।
– अब भारत दुनिया का नंबर एक आबादी वाला देश बन गया है।
– राजनीतिक दृष्टि से भारत एक लोकतांत्रिक देश है।
– भारत की जमीनी सीमा पाकिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार से लगती है।
– भारत की समुद्री सीमा केवल श्रीलंका से लगती है।
– बांग्लादेश और पाकिस्तान भूमि सीमाओं के साथ-साथ समुद्री सीमाएँ भी साझा करते हैं। इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ब्लॉग में अधिक चर्चा की जाएगी इसलिए ब्लॉग पर बने रहें।

विश्व के मानचित्र पर भारत का स्थान (Location)

भारत एक विशाल देश है और भारत पूरी तरह से उत्तरी गोलार्ध में स्थित है जैसा की निचे चित्र में दर्शित किया गया है। भारत की मुख्य भूमि अक्षांश में 8°4’उत्तर से 37°6’उत्तर तक और देशांतर में 68°7’पूर्व से 97°25’पूर्व तक के बीच में फैला हुआ है। इस भूमि क्षेत्र को कर्क रेखा (23° 30’N) काटती है और देश को लगभग दो बराबर भागों में विभाजित करती है। मुख्य भूमि के दक्षिण-पूर्व में और दक्षिण-पश्चिम में, क्रमशः अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और बंगाल की खाड़ी है और अरब सागर में लक्षद्वीप द्वीप समूह स्थित हैं। अपने एटलस से द्वीपों के इन समूहों की सीमा का पता लगाएं।

विश्व मानचित्र पर भारत का आकार

यदि हम उत्तर से दक्षिण तक की चरम अक्षांश के माप के बारे में बात करें तो यह लगभग 3,214 किमी है और पूर्व से पश्चिम तक की चरम देशांतर का माप लगभग 2,933 किमी है। भारत की कुल भूमि का क्षेत्रफल 3.29 मिलियन वर्ग किमी है। यदि हम विश्व के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल की बात करें तो भारत का लगभग 2.4 प्रतिशत पर स्वामित्व है। यहां यह स्मरणीय रहना चाहिए कि भारत सबसे बड़े जमीनी स्वामित्व वाले देशों की सूची में सातवें स्थान पर है। भारत की कुल जमीनी सीमा लगभग 15,200 किमी है और अंडमान और निकोबार और लक्षद्वीप सहित मुख्य भूमि के समुद्र तट की कुल लंबाई 7,516 किमी है।

भारत का उत्तर, उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व क्षेत्र घाटी, वादी ओर पर्वतों से घिरा हुआ है। भारत की भूमि उत्तरी अक्षांश के दक्षिण में लगभग 22° तक सिकुड़ना शुरू हो जाता है और फिर दक्षिण दिशा में हिंद महासागर की ओर बढ़ा हुआ है। इस कारण समुद्र को दो भागों पश्चिम में अरब सागर और पूर्व में बंगाल की खाड़ी में विभाजित करता है।

भारत की मुख्य भूमि का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार लगभग 30° है लेकिन इस तथ्य के बावजूद भारत की पूर्व-पश्चिम तक की सीमा भारत की उत्तर-दक्षिण सीमा से छोटी प्रतीत होती है। भारत की उत्तर-दक्षिण विस्तार 3214 किमी और पूर्व-पश्चिम विस्तार 2933 किमी है। लेकिन किन्हीं दो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी भूमध्य रेखा पर अधिकतम होती है और जैसे-जैसे कोई भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाता है, घटती जाती है।

भारत की समय प्रणाली में एकरूपता

मानक समय मध्याह्न रेखा के हिसाब से भारत में समय मापने से देश के विभिन हिस्सो में समय में अंतर देखने को मिलता है जैसे की गुजरात से अरुणाचल प्रदेश तक के समय में दो घंटे का समय अंतराल है। इसलिए भारत में समय प्रणाली में एकरूपता लाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर शहर से गुजरने वाली भारत की मानक मध्याह्न रेखा (82°30’पूर्व) के समय को पूरे देश के लिए मानक समय के रूप में लिया जाता है। जैसे ही कोई व्यक्ति दक्षिण से उत्तर की ओर जाता है तोअक्षांशीय सीमा दिन और रात की अवधि को प्रभावित करती है।

भारत की स्थिति और विश्व

अगर हम भारत के भूभाग की स्थिति के बारे में बात करें तो तो हम पाते है की भारतीय भूभाग एशियाई महाद्वीप के पूर्व और पश्चिम के बीच एक केंद्रीय स्थान पर स्थित है और भारत का एशियाई महाद्वीप में दक्षिण की ओर विस्तार है। अगर हम समुद्री परिवहन के मार्ग के बारे में बात करते हैं तो भारत को एक रणनीतिक केंद्रीय स्थान प्रदान करता हैं विशेष रूप से ट्रांस हिंद महासागर के समुद्री मार्ग के लिए जो पश्चिमी देशों को पूर्वी एशिया के देशों तक आने जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि डेक्कन प्रायद्वीप के हिंद महासागर में फैला होने के कारण भारत को अपने पश्चिमी तट से पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोप के साथ और पूर्वी तट से दक्षिण पूर्व और पूर्वी एशिया के साथ निकट संपर्क स्थापित करने में मदद मिलती है और यह भी ध्यान देने योग्य बात यह है कि किसी अन्य देश के पास हिंद महासागर पर भारत जितनी लंबी तटरेखा नहीं है और इस कारण से हिंद महासागर में भारत को एक प्रतिष्ठित स्थिति प्रदान करती है। यहाँ यह कहना भी असत्य नहीं होगा कि हिंद महासागर के नाम का नामकरण हिंदुस्तान के नाम पर हुआ है।

यदि हम ऐसा कहें तो असत्य नहीं होगा की विश्व के साथ भारत के संपर्क युगों-युगों से जारी हैं लेकिन यहाँ यह कहना भी उचित होगा की भारत के भूमि मार्गों के माध्यम से संबंध उसके समुद्री संपर्कों से कहीं अधिक पुराने रहे हैं। भारत के समुंद्री मार्गो के अतिरिक्त भारत के उत्तर में फैले विशाल पहाड़ों के पार विभिन्न दर्रों ने भी प्राचीन यात्रियों को मार्ग प्रदान किया है। इन मार्गों ने भी प्राचीन काल से ही विचारों और वस्तुओं के आदान-प्रदान में योगदान दिया है। भारतीय अंक और दशमलव प्रणाली, उपनिषदों के विचार, पंचतंत्र की कहानियाँ इसी रास्ते से दुनिया के कई हिस्सों तक पहुँच सकीं। भारत का दूसरे देशों से सम्बन्ध व यातायात के कारण ही भारत के मसाले, मलमल और अन्य माल भारत से विभिन्न देशों में ले जाया जाता था यही दूसरी ओर ग्रीक की मूर्तिकला और पश्चिम एशिया के गुंबदों और मीनारों के स्थापत्य की शैली का प्रभाव हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में देखा जा सकता है।

भारत और उनके पड़ोसी

भारत 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशो का एक देश हैं। भारत दक्षिण एशिया में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थान रखता है। भारत अपनी सरहदें नौ देशों के साथ साँझा करता है यह है उत्तर-पश्चिम में जमीनी सीमाएं पाकिस्तान और अफगानिस्तान से, उत्तर में जमीनी सीमाएं चीन (तिब्बत), नेपाल और भूटान से और पूर्व में जमीनी सीमाएं म्यांमार और बांग्लादेश से साँझा करता हैं और भारत अपनी समुद्ररी सरहदें हमारे दक्षिणी पड़ोसियों में दो द्वीप देश श्रीलंका और मालदीव से साँझा करता हैं।

भारत और श्रीलंका की सीमाओं को पालक जलडमरूमध्य और मन्नार की खाड़ी (Palk Strait and the Gulf of Mannar) द्वारा निर्मित समुद्र के एक संकीर्ण चैनल के द्वारा अलग किया गया है लेकिन मालदीव द्वीप समूह लक्षद्वीप द्वीप समूह के दक्षिण में स्थित हैं। भारत ने हमेशा ही अपने पड़ोसियों के साथ मजबूत भौगोलिक, शांतिप्रिय और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं।

भारत शेष एशिया से कैसे अलग है?

भारत दुनिया का 7वाँ सबसे बड़ा देश है। जनसंख्या के हिसाब से भारत दुनिया में नंबर एक बन गया है। भारत की उत्तर पश्चिम भूमि सीमा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ, उत्तरी सीमा चीन (तिब्बत), नेपाल और भूटान के साथ और पूर्वी सीमा म्यांमार और बांग्लादेश के साथ और समुद्री सीमा श्रीलंका और मालदीव के साथ साझा होती है। भारत शेष एशिया से अलग है क्योंकि हिमालय उत्तर और उत्तर-पश्चिम में और उत्तर-पूर्व में पूर्वांचल एक प्राकृतिक अवरोधक के रूप में कार्य करता है।

अक्सर पूछा गया सवाल

प्रश्‍न – सिद्ध प्रमाणों के अनुसार क्या भारतीय सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता है?
उत्तर- हाँ

प्रश्‍न – क्या यह सच है कि भारत अक्षांश 8°4’N से 37°6’N और देशांतर 68°7’E से 97°25’E के बीच स्थित है?
उत्तर- सत्य है।

प्रश्‍न – भारत बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ किस महासागर से घिरा हुआ है?
उत्तर – भारत बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ हिन्द महासागर और अरब सागर से घिरा हुआ है।

प्रश्‍न – भारत निम्नलिखित में से किस गोलार्ध में स्थित है?
उत्तर – भारत उत्तरी गोलार्ध में स्थित है।

प्रश्‍न – क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में भारत का स्थान कितना है?
उत्तर – क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है।

प्रश्‍न – विश्व में जनसंख्या की दृष्टि से भारत का स्थान कितना है?
उत्तर – जनसंख्या के हिसाब से भारत दुनिया का नंबर एक देश बन गया है।

प्रश्‍न – भारत कितने देशों से अपनी सीमा साझा करता है ?
उत्तर – ऐसे नौ देश हैं जिनसे भारत अपनी सीमा साझा करता है।

प्रश्‍न – सीमा साझा करने वाले सात देशों के नाम क्या हैं?
उत्तर – वे अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, चीन, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका हैं

प्रश्‍न – भारत के साथ समुद्री सीमा साझा करने वाले देशों में से कौन सा है?
उत्तर – श्रीलंका और मालदीव।

प्रश्‍न – क्या सात देशों में से कोई ऐसा देश है जो भारत के साथ अपनी भूमि सीमा के साथ-साथ समुद्री सीमा भी साझा करता है?
उत्तर – वे पाकिस्तान और बांग्लादेश हैं।

प्रश्‍न – भारत का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार 30 डिग्री क्यों है?
उत्तर – चूंकि भारत भूमध्य रेखा के ऊपर स्थित है, इसलिए देशांतर के अनुसार 30 डिग्री की सीमा चौड़ाई की दृष्टि से कम सीमा देती है।

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