शिलांग का प्रसिद्ध चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल वापस आया

नवीनतम वर्तमान अद्यतनों की श्रृंखला में यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले साल कारोना महामारी के कारण रद्द होने के बाद शिलांग का प्रसिद्ध चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल इस साल वापस आ गया है। मेघालय की राजधानी शिलांग चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल के दौरान अपने परिदृश्य में गुलाबी और बैंगनी रंग के सुंदर रंगों के साथ एक पेंटिंग की तरह दिखती है। यह ब्लॉग इस प्रकार की महत्वपूर्ण सूचनाओं का अनूठा संग्रह है जो परीक्षा के उम्मीदवारों के साथ-साथ एक सामान्य व्यक्ति के लिए अपने वर्तमान ज्ञान को बढ़ाने के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है, इसलिए ब्लॉग से जुड़े रहें।

कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित चित्रों को देख कर यह विश्वास करने योग्य लगता भी है और नहीं भी क्योकि ऐसा मानना थोड़ा मुश्किल लगता है की क्या प्रकर्ति भी अपनी धरती को इतना सुन्दर सजा सकती है जी हां, भारत के उत्तरी पूर्वी राज्य मेघालय को प्रकर्ति ने अपने प्राकृतिक सुंदरता चेरी ब्लॉसम के फूलों के आश्चर्यजनक रंग से सजा दिया है। यह चित्र तो गुलाबी और बैंगनी फूलों की पेंटिंग जैसा दिखता है।

सुंदरता किसी भी स्थिति में दिखाई जाती है फिर चाहे वह प्राकृतिक हो या अन्यथा। हर साल प्राकृतिक सुंदरता को निहारने के लिए मेघालय की राजधानी शिलांग में चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल के रूप में मनाया जाता है परंतु पिछले साल 2020 में करोना महामारी के कारण शिलांग का प्रसिद्ध चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल रद्द करना पड़ा था लेकिन इस साल 2021 में शिलांग का प्रसिद्ध चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल वापस आ गया है। चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल एक वार्षिक तीन दिवसीय उत्सव के तौर पर मेघालय की राजधानी शिलांग में मनाया जाता है। इस साल 2021 में यह तीन दिवसीय उत्सव 25 नवंबर 2021 से 27 नवंबर 2021 तक शिलांग में मनाया गया। उत्सव के दौरान कई अखबारों और पत्रिकाओं में छपी तस्वीरों से पता चलता है कि शिलांग शहर एक जीवंत पेंटिंग में बदल गया हो। यह प्राकृतिक सुंदरता को पढ़ने से ज्यादा देखने में आनंद आता है तो यहां जानकारी एकत्रित करते हुए नयनसुख भी लेते चले।

गुलाबी मेघालय
हर साल नवंबर महीने के आसपास पूरा मेघालय एक चेरी ब्लॉसम वंडरलैंड के रूप में बदल जाता है। पूरा मेघालय प्रकृति के इस चमत्कार से गुलाबी हो जाता है और मेघालय की यह खूबसूरती नजारों पर कब्जा कर लेते हैं।

मेघालय गुलाबी रंग के वंडरलैंड में से एक है
हर साल नवंबर माह के आसपास भारत का एक उत्तर पूर्वी राज्य मेघालय एक गुलाबी रंग के वंडरलैंड में बदल जाता है । मेघालय की राजधानी शिलांग में हर साल प्रकृति के इस चमत्कार को प्रदर्शित करने के लिए चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है । हर साल प्रकृति के इस चमत्कार को निहारने के लिए और इस प्राकृतिक सुंदरता के साक्षी बनने के लिए दुनिया भर से हजारों सैलानी यहां पर आते है। इस तरह का एक मिलता-जुलता उत्सव चीन और जापान में भी आयोजित किया जाता है लेकिन भारत का यह उत्सव आसानी से चीन और जापान में आयोजित उत्सवो को मात दे सकता है। यदि कोई प्राकृतिक सुंदरता का प्रेमी प्रकृति के इस चमत्कार को जापान, चीन, पेरिस में निहारने से चूक जाता है तो यह इस उत्सव का आनंद लेने भारत के इस प्राकृतिक गुलाबी रंग की सुंदरता के साक्षी बनने के लिए शिलांग भी आते हैं। मेघालय की सड़कों का गुलाबी रंग में देखने के लिए शिलांग सबसे अधिक मांग वाले स्थलों में से एक है।

परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण बिंदु

मेघालय शब्द का अर्थ
मेघालय पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य है। मेघालय शब्द का अर्थ “बादलों का निवास” होता है। यदि मेघालय शब्द का सन्धि-विच्छेद करे तो पाते है कि मेघालय शब्द मेघ औरआलय शब्दों से मिल कर बना है जिसका संस्कृत भाषा में मेघ का अर्थ “बादल” और आलय का अर्थ “निवास” होता है।
मेघालय राज्य का गठन
पहले मेघालयअसम राज्य का ही एक हिस्सा होता था लेकिन 21 जनवरी 1972 को खासी, गारो और जयंतिया हिल्स जिले मिला कर मेघालय नाम का नया राज्य बनाया गया।
मेघालय राज्य की भौगोलिक स्थिति
मेघालय राज्य लगभग 22,430 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, मेघालय राज्य की लंबाई-चौड़ाई का अनुपात लगभग 3:1 है। मेघालय राज्य की दक्षिणी सीमा बांग्लादेश के मयमनसिंह और सिलहट डिवीजनों के साथ सांझा करता है, पश्चिमी सीमा भी बांग्लादेश के रंगपुर डिवीजन के साथ सांझा करता है और मेघालय राज्य की उत्तरी और पूर्वी सीमा भारत के असम राज्य के साथ सांझा होता है। मेघालय पूर्वोत्तर भारत के सात सिस्टर राज्यों में से एक है।क्षेत्रफल की दृष्टि से मेघालय राज्य का तालिका में स्थान
क्षेत्रफल की दृष्टि से मेघालय राज्य का तालिका में 24वा स्थान है।

मेघालय की राजधानी का नाम
मेघालय की राजधानी का नाम शिलांग है।
भारत के ब्रिटिश शासन के दौरान, ब्रिटिश साम्राज्य के अधिकारियों मेघालय को किस उपनाम से भी बुलाया करते थे।
ब्रिटिश साम्राज्य के अधिकारी मेघालय का एक उपनाम दिया था और यह था “पूर्व का स्कॉटलैंड”।
मेघालय राज्य की राजभाषा
मेघालय राज्य की राजभाषा अंग्रेजी है।
मेघालय राज्य के राज्यपाल का नाम
वर्तमान में मेघालय राज्य के राज्यपाल का नाम श्री सत्य पाल मलिक है।
मेघालय राज्य के मुख्यमंत्री का नाम
मेघालय राज्य के मुख्यमंत्री का नाम श्री कोनराड संगमा है।

मेघालय राज्य की विधानसभा में कुल कितनी सीटें हैं?
मेघालय राज्य विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं।
मेघालय राज्य के लिए कुल कितनी संसदीय सीटें हैं?
मेघालय राज्य के लिए राज्यसभा के लिए एक सीट और लोकसभा के लिए दो सीटें हैं।
मेघालय राज्य की साक्षरता दर कितनी है?
मेघालय राज्य की साक्षरता दर लगभग 75 प्रतिशत है।
मेघालय राज्य में औसत वार्षिक वर्षा कितनी दर्ज की गई है?
मेघालय राज्य के कुछ हिस्सों में औसत वार्षिक वर्षा अधिक से अधिक लगभग 12,000 मिमी दर्ज की गई है, इसी कारण से मेघालय को पृथ्वी पर सबसे आर्द्र स्थान (wettest place on Earth.) के रूप में भी जाना जाता है।

क्या मेघालय को एशिया का सबसे समृद्ध वानस्पतिक आवास माना जाता है?
हाँ, मेघालय को एशिया का सबसे समृद्ध वनस्पति आवास माना जाता है क्योंकि राज्य का लगभग 70% भाग वनाच्छादित है, जिसमें से लगभग 9,496 किमी घना प्राथमिक उपोष्णकटिबंधीय वन है। ये वन प्रचुर मात्रा में वर्षा प्राप्त करते हैं और पुष्प और जीव जैव विविधता की एक विशाल विविधता का समर्थन करते हैं.
क्या भारत के अन्य राज्यों के साथ मेघालय राज्य के रीति रिवाजों में कोई बड़ा ऐतिहासिक अंतर है?
हाँ, मेघालय राज्य भारत के अन्य राज्यों के विपरीत एक मातृवंशीय प्रणाली का पालन करता है जहां महिलाओं के माध्यम से वंश और विरासत का पता लगाया जाता है। सबसे छोटी बेटी को पिता की सारी संपत्ति विरासत में मिलती है और वह अपने माता-पिता की देखभाल भी करती है।

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