पेट्र फियाला बने चेक गणराज्य के नए प्रधानमंत्री

Table of Contents

नवीनतम वर्तमान अद्यतनों की श्रृंखला में यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है कि कुछ हफ्तों की देरी के बाद पेट्र फियाला ने चेक गणराज्य के अगले प्रधान मंत्री को नियुक्त किया है। नियुक्ति में देरी चेक गणराज्य के राष्ट्रपति ज़मैन की स्वास्थ्य समस्या के कारण हुई थी। पेट्र फियाला केंद्र-दक्षिणपंथी नेता लोकलुभावन अरबपति, लेडी बाबिस की जगह ले रहे हैं। यह ब्लॉग इस प्रकार की महत्वपूर्ण सूचनाओं का अनूठा संग्रह है जो परीक्षा के उम्मीदवारों के साथ-साथ एक सामान्य व्यक्ति के लिए अपने वर्तमान ज्ञान को बढ़ाने के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है, इसलिए ब्लॉग से जुड़े रहें।

credit to reuters.com

चेक गणराज्य में वर्ष 2021 के अक्टूबर माह में हुए चुनाव में पेट्र फियाला (Petr Fiala) की चुनावी जीत के बाद चेक गणराज्य के राष्ट्रपति मिलोस ज़मैन ने वर्ष 2021 के नवंबर माह में पेट्र फियाला (Petr Fiala) को चेक गणराज्य के प्रधान मंत्री के रूप में नामित किया। पेट्र फियाला (Petr Fiala) चेक गणराज्य में केंद्र-दक्षिण गठबंधन (center-right coalition) का नेतृत्व करते है और कई वामपंथी दलों के समर्थन भी रखते है। पेट्र फियाला (Petr Fiala) ने चेक गणराज्य में वर्ष 2021 के अक्टूबर माह में हुए चुनाव में निवर्तमान लोकलुभावन प्रधान मंत्री आंद्रेजे बाबिस (Andrej Babis) को बाहर करने में सक्षम हुए।
इस शपत समारोह में कुछ हफ्तों की देरी का कारण चेक गणराज्य के राष्ट्रपति मिलोस ज़मैन (Milos Zeman) के COVID-19 से संक्रमित के परीक्षण का सकारात्मक होना और चेक गणराज्य के राष्ट्रपति मिलोस ज़मैन को स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना। चेक गणराज्य के राष्ट्रपति मिलोस ज़मैन को स्वास्थ्य लाभ के बाद 27 नवंबर को अस्पताल से छोड़ा गया था। उन्होंने अस्पताल से आने के बाद चेक गणराज्य की राजधानी प्राग (Prague) में एक शपत समारोह आयोजित किया और इस शपत समारोह के दौरान चेक गणराज्य के राष्ट्रपति को प्लेक्सीग्लस (plexiglass) द्वारा अलग किया गया और फिआला को चेक गणराज्य के नए प्रधान मंत्री के रूप में नामित किया। पेट्र फियाला (Petr Fiala) ने समारोह में कहा, “मुझे विश्वास है कि हमारे पास जल्द ही एक मजबूत और स्थिर सरकार होगी।”

चेक गणराज्य का इतिहास

चेक गणराज्य के इतिहास की जानकारी होना न केवल परीक्षा की दृष्टि से आवश्यक है बल्कि सामान्य ज्ञान के वर्धन के लिए भी आवश्यक है। चेक गणराज्य के इतिहास को कुरेदने के बाद यह पता चलता है कि वर्तमान का चेक गणराज्य ईसा पूर्व की चौथी शताब्दी में पहली बार सेल्टिक बोई जनजाति द्वारा बसाया गया था। सेल्टिक बोई जनजाति ने इस देश को बोहेमिया नाम दिया। बोहेमिया शब्द लैटिन भाषा के बोइओहेमम शब्द लिया गया। लेकिन लगभग 100 ईस्वी में जर्मनिक जनजाति और छठी शताब्दी में स्लाव जाति के लोगों का इस देश पर कब्जा रहा और इस देश का नाम बार बार बदलता रहा। 863 में वर्तमान में चेक गणराज्य के मोराविया के हिस्से में दो बीजान्टिन ईसाई मिशनरी कॉन्स्टेंटिन और मेथोडियस (Constantin and Methodius) आए। उन्होंने वहां पर स्लाविक लिटुरजी की शुरुआत कीऔर रोमन कैथोलिक चर्च के प्रभाव का विस्तार हुआ। अधिक विवरण जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें

चेक गणराज्य को किस नाम से भी जाना जाता है?
चेक गणराज्य जिसको “चेकिया” (Czechia) के नाम से भी जाना जाता है । 2016 में देश ने “चेकिया” (Czechia) के लिए संक्षिप्त अनौपचारिक नाम “चेक गणराज्य” अपनाया।

चेकोस्लोवाकिया विभाजित क्यों हुआ?
चेकोस्लोवाकिया देश में राष्ट्रवादी भावना के परिणामस्वरूप जनवरी 1,1993 को दो भागो ‘स्लोवाकिया और चेक गणराज्य” (Slovakia and the Czech Republic) में शांतिपूर्ण तरीके से विभाजित हो गया था। चेकोस्लोवाकिया देश को दो भागो में विभाजन करने का निर्णय यहां की संघीय विधानसभा द्वारा तय किया गया था। यहां की संघीय विधानसभा ने इस मामले पर मतदान किया था।

चेक गणराज्य की अन्य जानकारी

भौगोलिक स्थितिचेक गणराज्य मध्य यूरोप में स्थित है। चेक गणराज्य एक लैंड लॉक देश है इसकी पश्चिमी सीमा जर्मनी के साथ साझा करती है, दक्षिणी सीमा ऑस्ट्रिया के साथ साझा करती है, पूर्वी सीमा स्लोवाकिया के साथ साझा करती है और उत्तरी सीमा पोलैंड के साथ साझा करती है। चेक गणराज्य में ज्यादातर निचली पहाड़ियाँ और पठार हैं।
जनसंख्याविश्व बैंक के अनुसार 2020 तक चेक गणराज्य की जनसंख्या 1.07 करोड़ थी।
राजधानीचेक गणराज्य की राजधानी का नाम प्राग (Prague) है।
डायलिंग कोडचेक गणराज्य का डायलिंग कोड +420 है।
आधिकारिक भाषाचेक गणराज्य की आधिकारिक भाषा चेक (Czech) है।
मुद्राचेक गणराज्य की मुद्रा “चेक कोरुना” (Czech koruna) है।
उपरोक्त जानकारी का श्रेय wikipidia.org को जाता है।
created by www.saarkarinaukri.com
created by www.saarkarinaukri.com & credit to wikipidia.com

संसदीय संरचना और इतिहास

इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि बोहेमियन भूमि में आधुनिक संसदवाद की परंपरा उस समय की मानी जा सकती है जब यहां पर ऑस्ट्रियाई साम्राज्य का शासन था। ऑस्ट्रियाई साम्राज्य के शासनकाल में यहां इंपीरियल काउंसिल बनाई गई थी। वर्ष 1918 में चेकोस्लोवाकिया के अस्तित्व में आने के बाद एक नेशनल असेंबली का गठन किया गया। नेशनल असेंबली ने देश में मौजूदा संसदवाद इंपीरियल काउंसिल और स्टेट डाइट्स (Imperial Council and State Diets) दोनों के विधायी कर्तव्यों का पालन किया। लेकिन वर्ष 1938-39 में और फिर वर्ष 1948 से 1989 के बीच देश में दक्षिणपंथी सत्तावादी या कम्युनिस्टो जैसे गैर-लोकतांत्रिक शासनों का वहां की संसद पर स्वामित्व रहा। परिणामसवरुप वर्ष 1968 में चेकोस्लोवाकिया में संघीकरण के कारण देश के चेक और स्लोवाक भागों में राष्ट्रीय परिषदें बनाई गईं। जिसे चेम्बर ऑफ डेप्युटीज (Chamber of Deputies) का नाम दिया गया। चेक नेशनल काउंसिल में चेम्बर ऑफ डेप्युटीज (Chamber of Deputies) को एक ना भंग होने वाले सदन के रूप में स्थापित किया गया था अर्थात इस सदन में निरंतरता बनी रहेगी जबकि काउंसिल के दूसरे सदन “सीनेट” की स्थापना 1996 में हुई। अधिक विवरण जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें

चेक गणराज्य की राजनीति

राजतंत्र की अधीनताचेक गणराज्य का संविधान
राजनैतिक प्रकारएकात्मक संसदीय लोकतांत्रिक गणराज्य
विधायी शाखाचेक गणराज्य की संसद
संसद का प्रकारदोहरी सदन प्रणाली
संसद में सीटों की कुल संख्या281
उच्च सदन का नामसिनेट (Senate)
सीनेटरों की संख्या81
निचले सदन का नामडिप्टी के चैंबर (Chamber of Deputies)
डिप्टी की संख्या200
राज्य के प्रधानराष्ट्रपति (वर्तमान में मिलोस ज़मैन)
सरकार का प्रमुखप्रधान मंत्री (वर्तमान में पेट्र फियाला)
राष्ट्रपति का चुनावजनता द्वारा सीधे (दो राउंड में)
राष्ट्रपति कार्यालय की अवधिपांच साल, (लगातार एक बार नवीकरणीय)
राष्ट्रपति का निवासप्राग कैसल (Prague Castle)
प्रधान मंत्री का चुनावराष्ट्रपति द्वारा आम चुनाव में बहुमत दल के नेता को
प्रधान मंत्री के पद की नियुक्ति के लिए आमंत्रित करता है
जानकारी गूगल से ली गई है

ऊपर दी गई जानकारी परीक्षा की तैयारी और करंट अफेयर्स ज्ञान को अद्यतन करने के लिए उपयोगी प्रतीत होती है। कृपया शेयर और कमेंट करें।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *